रावण के पिता विश्रवा मुनि के जन्म की कथा तथा विश्रवा पुत्र वैश्रवण कैसे कुबेर बने।
पूर्व सतयुग में ब्रह्मा के एक पुत्र पुलस्त्य नामक थे। जिनके तप का प्रभाव ब्रह्मा जी के ही समान था और वह विमल गुणवान भी थे। इसलिए वह सभी के मित्र बन गए। तप करने की इच्छा से वे मुनिश्रेष्ठ मेरु पर्वत के समीप तृणबिंदु के आश्रम में जाकर तप करने लगे। तब उनको तप … Read more