अग्नि पुराण में बुद्ध और कल्कि अवतारों की कथा

यह कथा अग्नि पुराण के सोलहवाँ अध्याय में वर्णित है जिसमें अग्नि देव कहते हैं – अब मैं बुद्ध अवतार का वर्णन करूंगा, जो पढ़ने और सुनने वालो के मनोरथ को सिद्ध करने वाला है। पूर्व काल में देवताओं और असुरों में घोर संग्राम हुआ। उसमें दैत्यों ने देवताओं को परास्त कर दिया। तब देवता … Read more

समुद्र मंथन कैसे हुआ? श्री हरि का कूर्म अवतार ( कछुए का अवतार ) तथा मोहिनी अवतार की कथा।

यह कथा अग्नि पुराण के तीसरे अध्याय में वर्णित है जिसमें अग्नि देव कहते हैं– वशिष्ठ ! अब मैं कूर्म अवतार का वर्णन करूंगा। यह सुनने पर सब पापों का नाश हो जाता है। पूर्व काल की बात है, देवासुर संग्राम में दैत्यों ने देवों को परास्त कर दिया। वे दुर्वासा के श्राप से भी … Read more